तेज हवाओं और तूफान का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। इसके साथ गरज-चमक और भारी बारिश भी दर्ज की गई। आईएमडी ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि इस दौरान लोग बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि तूफानी मौसम के चलते पेड़ों और कमजोर ढांचों के गिरने का खतरा बना हुआ है।
IMD की एडवाइजरी
मौसम विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया कि नागरिकों को तेज आंधी और बिजली कड़कने के दौरान खुले में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसके अलावा पेड़ों के नीचे खड़े होने से भी परहेज करने की सलाह दी गई है। विभाग ने यह भी कहा कि जब तक जरूरी न हो, घरों से बाहर न निकलें और यात्रा करने से भी बचें।
तापमान में आई गिरावट
बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में तापमान सामान्य से थोड़ा नीचे रह सकता है। 16 से 20 जून के बीच दिल्ली में अधिकतम तापमान 36 से 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से यह बदलाव देखने को मिला। पिछले तूफान से मिले सबक
22 मई को आए भीषण तूफान में दिल्ली-एनसीआर में कई जानें चली गई थीं। तेज हवाओं के कारण कहीं पेड़ गिरे, तो कहीं टीन शेड उड़कर लोगों पर गिरा। ग्रेटर नोएडा में एक महिला और उसके पोते की टीन शेड गिरने से मौत हो गई थी, जबकि एनटीपीसी सोसायटी में एक शिक्षक की पेड़ गिरने से जान चली गई थी। ऐसे हादसों को देखते हुए इस बार प्रशासन और मौसम विभाग ने पहले से सतर्कता बरतने को कहा।
नागरिकों सावधानी बरतनी की जरूरत
हालांकि बारिश ने गर्मी से कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन इसके साथ आई तेज हवाओं और तूफान ने खतरे का संकेत भी दिया है। मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए और मौसम सामान्य होने तक सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए।