हत्या को ‘लूट का रूप’ देने की कोशिश
मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सोनम और राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी और दोनों हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे थे। राजा की हत्या की योजना सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर बनाई थी। पुलिस ने शक के आधार पर सोनम के होटल में खाने के बिल की जांच की और पाया कि उसने उपवास का झूठ बोला था। इसके अलावा उसकी मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स से यह पता चला कि वह लगातार राज कुशवाहा के संपर्क में थी।
राजा की हत्या और फरारी का प्लान
राजा और सोनम पिछले महीने मेघालय यात्रा के दौरान लापता हो गए थे। कुछ दिनों बाद राजा का शव एक खाई में मिला। इसके बाद राज कुशवाहा को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया और सोनम ने खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस का दावा है कि सोनम ने जानबूझकर अपने पति को कीमती जेवर साथ लाने को कहा ताकि हत्या के बाद इसे लूट का रूप दिया जा सके।
मासूम ‘बहू’ से हत्यारिन तक
सोनम रघुवंशी की पारिवारिक पृष्ठभूमि और व्यवहार को देखते हुए किसी को इस तरह के अपराध की उम्मीद नहीं थी। सोनम, इंदौर के कुशवाह नगर की रहने वाली है और उसके पिता देवी सिंह रघुवंशी का प्लाईवुड का व्यवसाय है। परिवार ने बताया कि सोनम की परवरिश काफी सख्त माहौल में हुई थी। वह पढ़ाई में अच्छी थी और MBA करना चाहती थी, लेकिन परिवार ने उसकी इच्छाओं को दबा दिया और उसे व्यवसाय में लगा दिया। राज कुशवाहा से संबंध और साजिश की शुरुआत
सोनम की मुलाकात राज कुशवाहा से तब हुई जब वह उनके फैक्ट्री के बिलिंग सेक्शन में काम करता था। दोनों का संपर्क बढ़ता गया और परिवार की जानकारी के बिना उनका रिश्ता गहराता गया। जब शादी की बात आई, तो परिवार ने पारंपरिक तरीके से राजा रघुवंशी से रिश्ता तय कर दिया। राजा की मां और पिता का कहना है कि सोनम एक ‘संस्कारी बहू’ के रूप में सामने आई थी, जो उपवास करती थी, चुपचाप रहती थी और मोबाइल पर व्यस्त रहती थी।
किडनैप और ड्रगिंग का झूठा दावा
हत्या के बाद सोनम फरार हो गई थी और कुछ समय बाद उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में सड़क किनारे एक ढाबे के पास मिली। उसने दावा किया कि उसे किडनैप करके ड्रग दिया गया और उसे नहीं पता कि वह वहां कैसे पहुंची। हालांकि, मेघालय के SP विवेक स्यीम ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया और बताया कि सोनम को पता था कि राज गिरफ्तार होने वाला है, इसलिए उसने खुद को एक पीड़िता के रूप में पेश करने की योजना बनाई। हत्या का स्थान सोच-समझकर चुना गया
पुलिस का कहना है कि मेघालय का वह स्थान भी सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। हाल ही में एक विदेशी पर्यटक की मौत भी उसी स्थान के पास हुई थी, जिससे सोनम और राज को उम्मीद थी कि राजा की हत्या को दुर्घटना करार दिया जा सकता है। हालांकि पुलिस ने समय रहते जांच शुरू की और साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
रक्षा की अंतिम कोशिश: फेल हुई प्लानिंग
राज कुशवाहा की गिरफ्तारी के बाद सोनम की योजना पूरी तरह ध्वस्त हो गई। उसे उम्मीद थी कि कुछ समय छिप कर रहने के बाद वह वापस आएगी और खुद को निर्दोष बताएगी। लेकिन पुलिस की सख्त निगरानी और तेजी से जांच ने इस पूरे मामले को जल्दी सुलझा लिया।