दिल्ली चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई AIMIM
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने एक भी सीट नहीं जीती है। AIMIM भले ही एक भी सीट नहीं जीत पाई हो लेकिन दिल्ली चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने अहम रोल निभाया है। एक सीट पर वोटों के विभाजन ने मुस्लिम बहुल सीट पर बीजेपी की जीत का रास्ता भी साफ किया है। दो सीटों पर उतारे प्रत्याशी
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने दिल्ली चुनाव में दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट से शिफा उर रहमान और
मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से ताहिर हुसैन को प्रत्याशी बनाया था। AIMIM के दोनों प्रत्याशियों के कारण दोनों सीटों पर कांग्रेस चौथे नंबर पर रही और AIMIM के दोनों प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे।
ओखला में तीसरे नंबर पर रही AIMIM
ओखला में आम आदमी पार्टी के
प्रत्याशी अमानतुल्लाह खान ने 23639 वोटों से जीत हासिल की। दूसरे स्थान पर बीजेपी के मनीष चौधरी रहे और तीसरे नंबर पर AIMIM प्रत्याशी शिफा उर रहमान रहे। शिफा उर रहमान को 39558 वोट मिले। कांग्रेस की अरीबा खान को 12739 वोट मिले। हालांकि अल्पसंख्यक वोटों में विभाजन के बाद भी अमानतुल्लाह खान अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे।
मुस्तफाबाद विधानसभा सीट
मुस्तफाबाद सीट पर इस बार मुकाबला रोमांचक रहा। इस सीट पर करीब 40 फीसदी मुस्लिम आबादी है। यहां से बीजेपी प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने 17578 वोटों से जीत दर्ज की। आम आदमी पार्टी के
अदील अहमद खान को 67637 वोट मिले। इसके अलावा AIMIM के ताहिर हुसैन को 33474 वोट मिले। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अली मेहदी को 11763 वोट मिले। इस सीट पर अल्पसंख्यकों के वोटों के बंटवारे के कारण बीजेपी को जीत मिल गई।