12, 13 और 14 जुलाई को तीन दिन तक चले इस विवाह समारोह में ढोल-नगाड़ों, लोकगीतों और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ उत्सव का माहौल रहा। शादी में परिवार, रिश्तेदारों और गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। प्रदीप नेगी जल शक्ति विभाग में कार्यरत हैं, जबकि कपिल नेगी विदेश में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में नौकरी करते हैं। दोनों भाइयों ने इस परंपरा को अपनाने का फैसला संयुक्त परिवार की एकता और पुश्तैनी जमीन के बंटवारे से बचने के लिए लिया।
वहीं दुल्हन सुनीता चौहान ने इस शादी को अपनी मर्जी से स्वीकार करने की बात कही। दुल्हन ने कहा कि यह मेरा स्वयं का निर्णय था। मुझ पर कोई दबाव नहीं था। मैं इस परंपरा को जानती थी और इसे खुशी से अपनाया।
बता दें कि हाटी समुदाय में बहुपति प्रथा का इतिहास पुराना है, जिसे पांडवों और द्रौपदी की कथा से भी जोड़ा जाता है। यह परंपरा संयुक्त परिवार को बनाए रखने, संपत्ति के बंटवारे से बचने और महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू हुई थी।
सोशल मीडिया पर इस शादी से जुड़ा वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिस पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। एक्स पर एक यूजर ने लिखा-बहुत दिनों बाद हिमाचल की उजला प्रथा सामने आई है। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा- “ये भारत है… यहां परंपरा भी चौंकाती है!”