राज्य सरकार: वीडियो से सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न
राज्य की ओर से पेश एडवोकेट जनरल किशोर दत्ता ने जस्टिस राजा बसु चौधरी को बताया कि पनोली गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रही थीं और उन्हें राज्य के बाहर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो से सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी।पनोली का पक्ष: भारत में ईशनिंदा कानूनन अपराध नहीं
वरिष्ठ अधिवक्ता डी.पी. सिंह ने पनोली की ओर से दलील दी कि इस मामले में कोई संज्ञेय अपराध नहीं बनता, क्योंकि भारत में ईशनिंदा कानूनन अपराध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पनोली ने वीडियो डिलीट कर माफ़ी मांगी थी और वह एक पाकिस्तानी यूज़र की टिप्पणी का जवाब दे रही थीं। वह लॉ की चौथे वर्ष की छात्रा हैं।कोर्ट: पनोली से और पूछताछ की आवश्यकता नहीं
कोर्ट ने माना कि अब पनोली से और पूछताछ की आवश्यकता नहीं है और उन्हें धमकियां मिल रही हैं। अदालत ने उन्हें एक मुचलके पर अंतरिम जमानत दी और निर्देश दिया कि वह मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश हों और जांच में सहयोग करें। साथ ही राज्य पुलिस को निर्देश दिया गया कि पनोली को उनकी पोस्ट्स के कारण खतरे की स्थिति में सुरक्षा प्रदान की जाए।यह है मामला