2,000 करोड़ के कथित घोटाले की जांच जारी
करीब 2,000 करोड़ रुपये के इस कथित घोटाले की जांच अप्रैल से जारी है। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की मंजूरी के बाद एसीबी ने 30 अप्रैल को सिसोदिया और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सत्येंद्र जैन से इस मामले में पहले ही पूछताछ हो चुकी है।निर्माण के लागत में भारी अनियमितताएं
एसीबी की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 12,748 क्लासरूम और इमारतों के निर्माण में भारी अनियमितताएं हुई हैं। आरोप है कि निर्माण लागत को जानबूझकर असामान्य रूप से बढ़ाया गया। जहां एक क्लासरूम के निर्माण की औसत लागत 5 लाख रुपये होनी चाहिए थी, वहीं इसे 24.86 लाख रुपये तक दिखाया गया।अनोखा मामला: चोरों ने गांव वालों के खिलाफ लिखवाई FIR, कहा- हमारे भी हैं अधिकार!
निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल
इतना ही नहीं, जिन ठेकेदारों को यह काम सौंपा गया, उनके आम आदमी पार्टी से कथित संबंध बताए गए हैं। इसके अलावा, क्लासरूम को सेमी-पर्मानेंट स्ट्रक्चर के रूप में बनाया गया, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं।Bank holidays: इस सप्ताह 3 दिन बंद रहेंगे बैंक, यहां देखें छुट्टियों की पूरी लिस्ट
एसीबी का कहना है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी नियमों की अनदेखी की और ठेके में मनमानी की। जांच एजेंसी अब दोनों नेताओं से विस्तृत पूछताछ करना चाहती है।