‘यह कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे तथ्य आधारित अभियान की पुष्टि है’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने सेबी के अध्यक्ष पद के लिए एप्लीकेशन मांगने को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मोदी सरकार ने थोड़ी देर पहले SEBI चेयरपर्सन के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार चलाए जा रहे तथ्य-आधारित अभियान की पुष्टि है जिसमें हमने हाईलाइट किया कि मौजूदा अध्यक्ष ने कितने गंभीर समझौते कर रखे हैं। कांग्रेस आशा करती है कि नए चेयरपर्सन पूंजी बाज़ार में मध्यम वर्ग के करोड़ों निवेशकों के हितों की रक्षा करेंगे, मोदानी की कंपनियों के ख़िलाफ़ खड़े होने का साहस जुटाएंगे और बिना किसी डर या पक्षपात के अडानी ग्रुप के लेनदेन से संबंधित सभी खुलासों से निपटेंगे।
कांग्रेस बुच की आलोचनाओं को लेकर रही मुखर
बता दें कि कांग्रेस पार्टी बुच की आलोचनाओं को लेकर मुखर रही है। इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने उन पर सेबी के हितों के टकराव संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए 2017 और 2023 के बीच 36.9 करोड़ रुपये की प्रतिभूतियों का व्यापार करने का आरोप लगाया था। उन्होंने उनकी विदेशी संपत्तियों और चीनी फंडों में कथित निवेश के बारे में भी चिंता जताई थी। खेड़ा ने सवाल किया था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मुद्दों से अवगत हैं और आरोप लगाया कि बुच की सिंगापुर स्थित कंसल्टेंसी फर्म अगोरा पार्टनर्स में अघोषित हिस्सेदारी है।
नए सेबी अध्यक्ष को 5,62,500 रुपये हर महीने मिलेंगे
बता दें कि अगले सेबी अध्यक्ष का कार्यकाल 5 साल या 65 साल की उम्र तक का होगा। सेबी अध्यक्ष को भारत सरकार के सचिव के समान वेतन मिलेगा और बाकी सुविधाएं मिलेंगी या बिना कार और घर के 5,62,500 रुपए हर महीने सैलरी मिलेगी।