क्या है वीडियो में?
वायरल वीडियो में नरसिंह भोल को यह कहते सुना जा सकता है, “उन्हें पकड़ो मत, बस टांगें तोड़ दो! जो टांग तोड़ेगा, वह मेरे पास आकर इनाम ले लेगा!” यह आदेश मुख्यमंत्री आवास के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को नियंत्रित करने के दौरान दिया गया। प्रदर्शनकारी पुरी भगदड़ में प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। इस वीडियो को कई कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए ओडिशा पुलिस और बीजेपी सरकार पर निशाना साधा।
पुलिस अधिकारी की सफाई
विवाद बढ़ने के बाद नरसिंह भोल ने सफाई दी कि उनके बयान को “गलत समझा गया” और संदर्भ से हटकर पेश किया गया। उन्होंने एक मीडिया हाउस को बताया, “मेरा आदेश था कि उपद्रवी प्रदर्शनकारियों को पहले बैरिकेड पर ही रोक लिया जाए। अगर कोई व्यक्ति दो बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ता है, तो वह पहले ही कानून तोड़ चुका है और गैरकानूनी जमावड़े का हिस्सा है। हम ऐसी स्थिति में अधिकतम बल प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका इरादा हिंसा भड़काने का नहीं था, बल्कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने का था।
राजनीतिक बवाल
कांग्रेस ने इस घटना को लेकर बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है। कई नेताओं ने वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इसे पुलिस की बर्बरता का सबूत बताया। वहीं, बीजेपी ने इस मामले पर अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
पुरी भगदड़ की जांच शुरू
इस बीच, ओडिशा सरकार ने पुरी भगदड़ की प्रशासनिक जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि विकास आयुक्त अनु गर्ग 30 दिनों के भीतर मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पुरी के डीएम और एसपी का तबादला भी कर दिया गया है।