साझा एजेंडा तैयार करने पर फोकस
संसद का मानसून सत्र इस बार 21 जुलाई से शुरू हो रहा है। कांग्रेस (Congress) चाह रही है कि मानसून सत्र से पहले विपक्षी दल एक साझा एजेंडा तैयार करें। उनका मानना है कि सदन में सिर्फ नारे लगाने से काम नहीं चलेगा। साथ ही, पार्टी अन्य दलों के साथ अपनी असहमतियों को सुलझाना चाहती है।
आप ने बनाई दूरी
कांग्रेस ने सभी विपक्षी दलों को इस बैठक में शामिल करने की कोशिश कर रही है, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद से आप (AAP) और कांग्रेस के बीच दूरियां काफी बढ़ गई हैं। कहा जा रहा है कि इंडिया ब्लॉक की इस बैठक में आम आदमी पार्टी शामिल नहीं होगी।
जम्मू-कश्मीर को कब मिलेगा पूर्ण राज्य दर्जा?
विपक्षी नेता इस मानसून सत्र में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग करेंगे। विपक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने कई बार आश्वासन दिया है, लेकिन इस मामले पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ लामबंद
महिलाओं व युवतियों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर भी विपक्ष ने सरकार को घेरने की योजना बनाई है। कोलकाता रेप केस, बालासोर छात्रा आत्मदाह मामले पर सरकार की जवाबदेही तय करने की कोशिश होगी।
एयर इंडिया हादसे की जांच पर सवाल
एयर इंडिया विमान हादसे में 275 से अधिक लोग मारे गए। विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार इस सत्र में हादसे की निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच को लेकर सवाल करेगी। विपक्षी नेता सरकार से जांच रिपोर्ट की स्थिति और लापरवाही के मुद्दे पर घेरने की कोशिश करेंगे। AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद विपक्ष इस मुद्दे को गंभीर रूप से उठाने की तैयारी में है।