कोरोना काल में हुई शुरुआत
अमनदीप कौर का मायका एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता है, जहां उसके पिता मिस्त्री का काम करते हैं और भाई एक निजी नौकरी में लगा है। अमनदीप ने अपनी पसंद से शादी तो की, लेकिन पति के साथ उसका रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिका और दोनों अलग हो गए। इसके बाद 2020 में कोरोना महामारी के दौरान उसकी जिंदगी में बलविंद्र सिंह उर्फ सोनू नाम का एक एंबुलेंस ड्राइवर आया। दोनों के बीच जल्द ही करीबी बढ़ गई और फिर पुलिस की वर्दी व एंबुलेंस के भरोसेमंद चोले का फायदा उठाते हुए उन्होंने ड्रग्स का गैरकानूनी धंधा शुरू कर दिया। खास बात यह है कि एंबुलेंस के जरिए नशे की सप्लाई करने का यह चालाकी भरा विचार भी अमनदीप कौर का ही था। पति के साथ मिलकर किया धंधा
पुलिस के शिकंजे में फंसते ही बलविंद्र सिंह की पत्नी ने
सनसनीखेज खुलासा किया है कि उनके पति और अमनदीप कौर साथ मिलकर ड्रग्स के अवैध धंधे में लिप्त थे। उनके अनुसार, अमनदीप कौर कई बार उनके घर आया-जाया करती थी, यहां तक कि जब वह खुद घर पर मौजूद होती थीं, तब भी अमनदीप का आना-जाना लगा रहता था। पत्नी का दावा है कि अमनदीप ने अपनी पुलिस वर्दी का इस्तेमाल एक ढाल की तरह किया और इसी की आड़ में नशे के इस गैरकानूनी कारोबार को अंजाम देती रही।
रील बनाने की शौकीन
अमनदीप कौर सोशल मीडिया की दुनिया में खासी एक्टिव थी। इंस्टाग्राम पर वह अक्सर वर्दी पहनकर गुंडागर्दी भरे गानों पर रील्स बनाती थी, और उसके करीब 14 हजार फॉलोअर्स थे, जिनमें से कई लोग उसकी वीडियो पर कमेंट्स भी करते थे। न सिर्फ इंस्टाग्राम, बल्कि कई अन्य सोशल मीडिया मंचों पर भी उसके अकाउंट मौजूद थे। ये भी पढ़ें :
रामनवमी से ठीक पहले बिहार में पुलिस की ‘DJ’ Strike , हाई अलर्ट पर प्रशासन ड्यूटी पर वह कम ही नजर आती थी और ज्यादातर समय मेडिकल लीव पर रहती थी। ऑफिस से छुट्टी लेकर वह ड्रग्स की सप्लाई में लगी रहती थी। इसके साथ ही उसे लग्जरी चीजों का भी जबरदस्त शौक था, जिसके चलते उसके पास महंगी घड़ियां, शानदार गाड़ियां और एक आलीशान कोठी भी थी।
महंगी गाड़ियों का कलेक्शन
अमनदीप कौर के पास महंगी गाड़ियों का एक शानदार और आकर्षक कलेक्शन था, जो उसकी लग्जरी जिंदगी का सबूत देता था। उसके गैराज में थार जैसी दमदार ऑफ-रोड SUV, ऑडी जैसी प्रीमियम सेडान और इनोवा जैसी बड़ी लग्जरी गाड़ियां शामिल थीं। इन गाड़ियों को वह न सिर्फ अपने स्टेटस सिंबल के तौर पर इस्तेमाल करती थी, बल्कि कुछ मौकों पर इन्हीं के जरिए ड्रग्स की सप्लाई भी करती थी।
सेवा से किया बर्खास्त
अमनदीप कौर को पंजाब पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई तब हुई जब बठिंडा पुलिस ने 2 अप्रैल 2025 को 17.71 ग्राम हेरोइन को गिरफ्तार कर लिया। नशे के सिद्धांत में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशे के सिद्धांत 311 के तहत उन्हें नौकरी से हटा दिया। इस चरण से यह संदेश दिया गया कि नशे से संबंधित मामलों में किसी भी चिकित्सक को सलाह नहीं दी जाएगी।
दो बार पहले भी हुई सस्पेंड
अमनदीप कौर ने पुलिस विभाग में 14 साल तक सेवा दी थी। इस दौरान उनके 31 बार तबादले हुए और दो बार उन्हें निलंबित भी किया गया। आरोपी बलविंद्र सिंह की पत्नी ने दावा किया है कि इस मामले में कुछ अन्य पुलिस अधिकारी भी संलिप्त हैं। महिला ने कई बार अमनदीप कौर और बलविंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की, लेकिन कुछ अधिकारियों की संलिप्तता के कारण दोनों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।