‘विकसित भारत के लिए आज हमें एकजुट होना है’
पीएम मोदी ने कहा, “आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के पावन अवसर पर पूरा देश उन्हें श्रद्धा के साथ याद कर रहा है। मैं नेताजी सुभाष बाबू को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस वर्ष पराक्रम दिवस का भव्य समारोह नेताजी की जन्मस्थली पर हो रहा है। मैं इसके लिए ओडिशा के लोगों और ओडिशा सरकार को बधाई देता हूं,” समारोह में विभिन्न कार्यक्रमों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “कटक में नेताजी के जीवन से जुड़ी एक बड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में नेताजी के जीवन से जुड़ी कई धरोहरों को सहेजा गया है। कई चित्रकारों ने नेताजी के जीवन के दृश्यों को कैनवास पर उकेरा है और नेताजी से जुड़ी कई किताबें संग्रहित की गई हैं।” पीएम मोदी ने कहा, “उन्हें स्वराज के लिए एकजुट होना पड़ा और आज हमें विकसित भारत के लिए एकजुट होना है।”
‘सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद भी सुभाष चंद्र बोस ने…’
प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के बारे में भी बात की।
पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद एक आसान जीवन जी सकते थे, लेकिन उन्होंने देश की आजादी के लिए कठिनाइयों और चुनौतियों को चुना। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम नेताजी के जीवन से लगातार प्रेरणा लेते हैं। उनके जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य आज़ाद हिंद था। नेताजी एक संपन्न परिवार में पैदा हुए, सिविल सेवा परीक्षा पास की और अगर वे चाहते तो ब्रिटिश सरकार के अधीन एक वरिष्ठ पद पर आसीन हो सकते थे और एक आसान जीवन जी सकते थे। लेकिन उन्होंने देश की आजादी के लिए कठिनाइयों और चुनौतियों को चुना।”