mp news: मध्यप्रदेश के नीमच में नगर पालिका के दफ्तर में मंगलवार को दो अफसरों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि नौबत हाथापाई तक पहुंच जाती लेकिन सही वक्त पर मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों ने दोनों अफसरों को रोक दिया। विवाद नगर पालिका के पूर्व ओएस (कार्यालय अधीक्षक) व मौजूदा सीएमओ के बीच उस वक्त हुआ जब पूर्व ओएस दफ्तर के राजस्व विभाग में अलमारियों में रखी फाइलों को टटोल रहे थे।
मंगलवार को नीमच नगर पालिका कार्यालय में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब पूर्व ओएस राजेंद्र जैन राजस्व विभाग की अलमारी में रखी फाइलें टटोल रहे थे। इसी दौरान सीएमओ महेंद्र वशिष्ठ पहुंच गए। फिर क्या था दोनों के बीच जमकर विवाद हो गया। पूर्व ओएस राजेन्द्र जैन ने सीएमओ महेन्द्र वशिष्ठ के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया था कि मामला हाथापाई तक जा पहुंचता हालांकि इससे पहले वहां मौजूद लोगों ने दोनों को शांत कराया। दोनों के बीच विवाद का वीडियो भी सामने आया है जिसमें पूर्व ओएस राजेन्द्र जैन सीएमओ के साथ बदतमीजी करते दिख रहे हैं।
इस पूरे मामले पर सीएमओ महिंद्र वशिष्ठ ने बताया कि पूर्व कार्यालय अधीक्षक फाइलें देख रहे थे जब मैंने आपत्ति ली तो अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए तू तड़ाके से बात करने लगे। फिर पूछा कि किसकी अनुमति से फाइलें देख रहे हो तो मुझसे ही पूछ डाला तुम कौन हो और जब मैंने कहा मैं सीएमओ हूं तो मैं तुम्हें सीएमओ नहीं मानता और गाली गलौज पर उतर आए। बताया जा रहा है कि राजेंद्र जैन आए दिन नगर पालिका में आकर बिना अनुमति के फाईलें देखते हैं और नपा के काम में हस्तक्षेप करते हैं।
विवाद के बाद नगरपालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि संतोष चोपड़ा भी मौके पर पहुंचे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजेंद्र जैन द्वारा किया गया कृत्य अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। राजेंद्र जैन हमारे यहां निजी सहायक के रूप में काम करते हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष योगेश प्रजापति ने कहा कि राजेंद्र जैन को बिना अनुमति के किसी फाइल को हाथ लगाने का अधिकार नहीं है। उन पर नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा को तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए।