बिल-मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन भी शामिल बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन महाकुंभ के पर्यावरणीय दस्तावेजीकरण पर अध्ययन करेगा। आइआइटी मद्रास जल और अपशिष्ट प्रबंधन का आकलन करेगा, जबकि संस्कृति फाउंडेशन हैदराबाद पर्यावरण संरक्षण के प्रति तीर्थयात्रियों की संवेदनशीलता पर फोकस करेगा। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ) महाकुंभ के आर्थिक और सामाजिक प्रभाव का अध्ययन करेगा।
यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर महाकुंभ को 2017 में यूनेस्को ने अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का दर्जा दिया था। यह खगोलशास्त्र, ज्योतिष, आध्यात्मिकता और सामाजिक-सांस्कृतिक परंपराओं का संगम है। महाकुंभ के लिए प्रयागराज में अस्थायी नगरी का निर्माण किया जा रहा है। यह आधुनिक नगर नियोजन, बुनियादी ढांचे और प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण है।