खेड़ा ने यह बातें कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस के लोगों का इतिहास ही कायरता का रहा है। जब ऐसे व्यक्ति देश की बागडोर संभालते हैं तो देश का भविष्य खतरे में आ जाता है, जो हम वर्तमान में देख भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब बहादुर भारतीय सेना ने पाकिस्तान की गर्दन दबोच रखी थी, तभी ट्रंप का एक फोन आया और नरेंद्र मोदी सरेंडर कर गए। ट्रंप ने कई बार कहा कि हमने व्यापार की धमकी देकर सीजफायर कराया, लेकिन नरेंद्र मोदी ने आजतक ट्रंप का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि देश की बहादुर सेना, बहादुर देश, सारा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा था, लेकिन प्रधानमंत्री अमेरिका के दबाव में घुटनों पर आ गए। इनके एक फैसले से सभी को चौंका दिया।
यूं बताई मोदी की संरेडर नीति
खेड़ा ने कहा कि मोदी सरकार के 11 साल में काला धन लाने, बेरोजगारी हटाने, किसानों की आमदनी दोगुनी करने और चीन को लाल आंख दिखाने में सरेंडर करती दिखी है। मुंह खोलते ही चीन को क्लीनचिट दी जाती है।
कांग्रेस ने फिर दागे सवाल
1. देश के आत्मसम्मान के साथ ये सौदा क्यों हुआ?
2. सीजफायर आखिर किन शर्तों पर किया गया?
3. हाफिज सईद, अजहर मसूद जैसे आतंकी कहां हैं? पाक का लोन नहीं रुकवा सकें
नरेंद्र मोदी पाकिस्तान का आइएमएफ लोन नहीं रुकवा पाए। जिस एडीबी बैंक के चीफ 1 जून को नरेंद्र मोदी से मिले, उसी एडीबी बैंक ने 3 जून को पाकिस्तान को 800 मिलियन डॉलर दे दिए। उन्होंने कहा कि इस देश की सेना मजबूत है, यह देश मजबूत है, लेकिन देश का प्रधानमंत्री और कैबिनेट कायर है। मोदी सरकार में देश के अंदर सारी नीतियां ट्रोल्स चला रहे हैं।