विज्ञान भवन में सौंपे जाएंगे स्थायी नियुक्ति पत्र
दिल्ली की रेखा सरकार की घोषणा के अनुसार, विभिन्न अस्पतालों में 1500 नर्सों को छह जुलाई को स्थायी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि इन सभी नर्सों ने वर्षों से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सेवाएं दी हैं और कोरोना काल सहित विभिन्न आपात परिस्थितियों में अपनी जिम्मेदारियां निभाई हैं। अब दिल्ली सरकार ने उनके योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें स्थायी नियुक्ति देने का निर्णय लिया है। रेखा सरकार के सूत्रों के अनुसार, इन नर्सों को 6 जुलाई को विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान स्थायी नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाते हुए इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की उपस्थिति भी तय की गई है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख एवं अस्पताल प्रशासन के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
DSS और स्टेनो कैडर के 618 कर्मचारियों को पदोन्नति
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विस (DSS) और स्टेनो कैडर के 618 कर्मचारियों को पदोन्नति दिए जाने की अनुमति प्रदान की है। सामान्य प्रक्रिया के तहत ये कर्मचारी 1 जनवरी 2026 को पदोन्नति के पात्र बनते, लेकिन उपराज्यपाल ने सेवा विभाग द्वारा भेजे गए न्यूनतम योग्यता अवधि में छूट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके साथ ही उन्होंने इस संबंध में UPSC से भी आवश्यक समन्वय की अनुमति दे दी है। इस निर्णय के चलते सेवा विभाग अब इन कर्मचारियों को उनके निर्धारित समय से पहले ही पदोन्नत कर पा रहा है। इनमें से 404 कर्मचारियों को ग्रेड-2 से ग्रेड-1 पद पर पदोन्नत किया गया है। इस निर्णय को कर्मचारियों की कार्यकुशलता और मनोबल बढ़ाने के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजनिवास और दिल्ली सरकार ने जारी किया बयान
राजनिवास से जारी बयान के अनुसार, उपराज्यपाल सक्सेना का मानना है कि सरकारी कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति मिलनी चाहिए ताकि वे अधिक समर्पण और प्रेरणा के साथ अपने कार्यों को अंजाम दे सकें। उन्होंने प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सुधार पर भी विशेष जोर दिया है ताकि पदोन्नति जैसे अहम निर्णयों में अनावश्यक विलंब न हो। रेखा सरकार ने अपने एक बयान में कहा “दिल्ली की नर्सें स्वास्थ्य तंत्र की दृढ़ता और भरोसे की प्रतीक हैं। वर्षों तक उन्होंने सेवा, अनुशासन और निष्ठा के साथ इस व्यवस्था को संबल दिया है। जिस निःस्वार्थ भाव से उन्होंने दिल्लीवासियों की सेवा की है। दिल्ली सरकार उसी तपस्या को पक्की नौकरी के रूप में स्थायित्व और सम्मान दे रही है। बेटी केवल एक परिवार नहीं संवारती, वो अपने कर्म से दो परिवारों का भविष्य रचती है। दिल्ली सरकार नारी गरिमा की रक्षा, युवाओं को रोज़गार और हर युवा को सुरक्षित, आत्मनिर्भर भविष्य देने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।”