एक दशक तक करेगी सुरक्षा एडफाल्सीवैक्स की खास बात इसकी फार्मास्युटिकल स्टेबिलिटी है। यह फॉर्मूला कमरे के तापमान पर नौ माह से ज्यादा समय तक प्रभावी रहता है, जिससे महंगी कोल्ड चेन लॉजिस्टिक्स की जरूरत खत्म हो जाती है। इसके कारण यह दूरदराज और संसाधन-सीमित क्षेत्रों में भी प्रभावी साबित होगा। आरएमआरसी के मुताबिक यह वैक्सीन एक दशक से ज्यादा समय तक सुरक्षा प्रदान कर सकेगी।
इसलिए हमारी वैक्सीन अच्छी वर्तमान में देश में मलेरिया के दो टीके उपलब्ध है। इनकी कीमत करीब 800 रुपए है। हालांकि इनका असर 33 से 67 फीसदी के बीच है। वहीं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मंजूरआरटीएस और आर21/मैट्रिक्स-एम टीका दुनिया के कुछ देशों के लिए उपलब्ध हैं। इनकी तुलना में भारत का यह टीका रक्त में पहुंचने पर पहले चरण में ही ट्रांसमिशन ब्लॉकिंग यानी संक्रमण का प्रसार रोकने में प्रभावी असर दिखाने लगता है।
भारत और दुनिया में मलेरिया की स्थिति 26.3 करोड़ मामले पाए गए दुनिया 5.97 लाख लोगों की हुई मौत 20 लाख मामले भारत में सामने आए ( विश्व स्वास्थ्य संगठन की विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2023 में के मुताबिक)