क्या बदला है नियमों में?
16 जून के सर्कुलर में कम्युनिकेशन मिनिस्ट्री ने कहा है कि अब तक ड्रेस अलाउंस हर साल जुलाई में एकमुश्त सालाना राशि के तौर पर दिया जाता था। लेकिन अब अगर कोई कर्मचारी जुलाई के बाद सेवा में शामिल होता है, तो उसे उस वर्ष के लिए केवल उतने ही महीनों का भत्ता मिलेगा जितनी सेवा उसने जुलाई से अगले साल जून तक दी है। यह रकम तय करने के लिए एक फॉर्मूला है।7th pay Commission की रफ्तार का मुकाबला कर पाएगा 8वां वेतन आयोग?
क्या होता है Dress Allowance
Dress Allowance एक तय सालाना भुगतान है जो सरकार कुछ श्रेणियों के कर्मचारियों को उनके आधिकारिक कर्तव्यों के लिए आवश्यक वर्दी या विशिष्ट पोशाक की धुलाई करने के लिए देती है। 7वें वेतन आयोग के तहत शुरू किए गए इस भत्ते ने धुलाई, वर्दी और किट रखरखाव भत्ते जैसे कई पिछले भत्तों की जगह ले ली है। कर्मचारी की भूमिका के आधार पर रकम अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए रक्षा, अर्धसैनिक बलों या डाक सेवाओं में कर्मियों को ज्यादा भत्ते मिल सकते हैं। इसका भुगतान आम तौर पर पूरे साल का एकसाथ जुलाई में किया जाता है।रिटायरमेंट वाले कर्मचारियों के लिए क्या नियम?
जिन कर्मचारियों की सेवा जुलाई 2025 के बाद समाप्त हो रही है, उनके लिए फिलहाल पहले के नियम ही लागू रहेंगे। यानी,अगर कर्मचारी दिसंबर के बाद रिटायर होता है तो पूरे साल का ड्रेस अलाउंस मिलेगा। अगर वह दिसंबर तक रिटायर होता है तो उसे आधा ड्रेस अलाउंस मिलेगा। हालांकि इस पर अंतिम स्पष्टता के लिए डाक विभाग ने वित्त मंत्रालय से अलग से गाइडेंस मांगा है।