बंधकों की रिहाई और नेतन्याहू पर दबाव इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि सरकार में बंधकों की रिहाई के लिए बने फ्रेमवर्क को लेकर व्यापक सहमति है और यह अवसर नहीं गंवाना चाहिए। गाजा में अब भी करीब 50 बंधक हैं, जिनमें से 20 से अधिक जीवित हो सकते हैं। इजरायली नागरिक लगातार प्रदर्शनों में बंधकों की वापसी और युद्ध समाप्ति की मांग कर रहे हैं। हालांकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अभी भी ‘हमास पर पूर्ण विजय’ के बाद ही युद्ध समाप्ति की बात दोहरा रहे हैं। पर अमरीका के दबाव और देश के भीतर असंतोष के चलते उनका रुख बदल सकता है। अगले सप्ताह नेतन्याहू और ट्रंप की वाइट हाउस में अहम बैठक होनी भी तय है।
मानवीय संकट और अंतरराष्ट्रीय चिंता गाजा में अब तक 56,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हाल ही में इजरायल के हवाई हमले में गाजा सिटी के समुद्रतटीय कैफे में 20 फिलीस्तीनी मारे गए। साथ ही, मानवीय सहायता केंद्रों के पास 408 नागरिकों की मौत की खबर है, जिस पर विवाद जारी है। मार्च में पिछली संघर्षविराम योजना असफल रही थी। अब नजरें इस नई पहल और नेतन्याहू के फैसले पर टिकी हैं, जो इस युद्ध को खत्म करने की दिशा में निर्णायक हो सकते हैं।