1954 में नॉर्वे के डॉक्टर ने कर लिया था पेंटिंग को हासिल क्रिस्टी के दक्षिण एशियाई आधुनिक और समकालीन कला प्रमुख निषाद अवारी ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि यह आधुनिक दक्षिण एशियाई कला बाजार की प्रगति को दर्शाता है। यह पेंटिंग 1954 में भारत से बाहर चली गई थी और इसे यूक्रेन में जन्मे नॉर्वेजियन डॉक्टर लियोन एलियास वोलोडार्स्की ने हासिल किया था, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के लिए थोरेसिक सर्जरी प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के लिए दिल्ली में थे। वोलोडार्स्की ने 1964 में पेंटिंग को ओस्लो यूनिवर्सिटी अस्पताल को दे दिया था। बिक्री से प्राप्त आय से संस्थान में डॉक्टरों की भावी पीढ़ियों के प्रशिक्षण में मदद मिलेगी। हुसैन, जो 17 सितंबर 1915 को महाराष्ट्र के पंढरपुर में जन्मे थे, भारतीय कला के प्रमुख स्तंभों में से एक रहे।