उन्होंने मीडिया को बताया कि घटना स्थल से 100 से ज्यादा मोबाइल फोन मिले हैं। इन सभी को कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। मोबाइल फोन से विमान के दोपहर बाद 1.38 मिनट पर टेकऑफ होने के बाद से 1.40 पर क्रैश होने तक का कोई वीडियो मिलने की संभावना तलाशना है। उससे जांच में मदद मिल सकती है।
डिटेल की जगह पार्शियल पीएम की मंजूरी
मलिक ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम में पुलिस आयुक्त को मिले अधिकार का उपयोग करते हुए डिटेल पोस्टमार्टम की जगह आंशिक पोस्टमार्टम की मंजूरी दी। जिससे पीएम और डीएनए सैंपल लेने के कार्य में गति आई।
घटना का होगा री-कंस्ट्रक्शन, एकत्र किया जा रहा मलबा
पुलिस आयुक्त ने बताया कि घटना की जांच के लिए एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की देखरेख में जांच की जा रही है। इसके लिए एक समिति बनाई है, जिसमें वे भी एक सदस्य हैं। बोइंग की एक्सपर्ट टीम के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी जांच में जुटी हैं। घटनास्थल पर विमान के पार्ट्स व मलबे को इकट्ठा किया जा रहा है। घटना का रीकंस्ट्रक्शन भी किया जाएगा, ताकि कारणों का पता चल सके।