पशुपालन विभाग की ओर से पशु मेले में सांस्कृतिक संध्या
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‘केसरिया बालम आवोनी, पधारो हारे देश...’ की प्रस्तुति पर श्रोता मंत्र मुग्ध
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नागौर. सांस्कृतिक संध्या में नृत्य की प्रस्तुति देते कलाकार।
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मेला मैदान में सांस्कृतिक संध्या का आनन्द लेते लोग।.
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कलाकारों ने जैसी ही ‘केसरिया बालम आवोनी, पधारो हारे देश...’ लोग गीत की प्रस्तुति दी तो श्रोता मंत्र-मुग्ध हो गए। ढोलक खड़ताल, मोरचंग एवं भपंग की जुगलबंदी से माहौल सांस्कृतिक रंग में रंगा रहा। जैसलमेर से आए दल ने लोग गीतों व नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।
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कार्यक्रम की शुरुआत गायक ने अन्नू ने बाबा रामदेव के प्रसिद्ध भजन ‘हारो हेलो सुनोजी रामा पीर...’ से की। कलाकार बाबू खां, रसूल खां की ढोलक व खड़ताल पर जुगलबंदी शुरू हुई तो श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट साथ कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
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रिंकु राजस्थानी ने इस जुगलबंदी के बीच लयबद्ध नृत्य की प्रस्तुति दी। आशीष व रतन ने रिंग नृत्य किया। लोकगीत निबूड़ा-निबूड़ा की सामूहिक प्रस्तुति पर श्रोता झूमने लगे। भवई नृत्य, चकरी नृत्य व बैले डांस की प्रस्तुति देख दर्शकों न कलाकारों ने उत्साह बढ़ाया।
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नागौर के उपखण्ड अधिकारी गोविंद सिंह भींचर, पशुपालन के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश कुमार मीणा, डॉ. मूलाराम जांगू एवं डॉ. अयूब टाक आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया।