मोनिका के अनुसार हररोज की तरह शनिवार को वह भी अपने कैफे पर चली गई और उसकी बेटी कशिश घर पर अकेली मौजूद थी। दोपहर को जब वह अपने कैफे से घर वापस लौटी, तो देखा कि आरोपित हितेश अरोड़ा घर के कमरे में मौजूद था और वह उसकी बेटी कशिश के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा कर रहा था। जिसके बाद देखते ही देखते हितेश ने अपनी पिस्टल निकाली और उसकी बेटी के सीधे माथे पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और उसके तुरंत बाद ही उसने अपनी किन पट्टी पर पिस्टल लगाकर खुद को भी गोली मार ली। जिसके बाद दोनों ही बच्चे खून से लथपथ कमरे में गिर पड़े थे और उसने तुरंत आसपास के लोगों को एकत्र कर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। मोनिका ने बताया कि दोनों के बीच किस बात को लेकर झगड़ा हो रहा था, इसके बारे में उसे भी कोई जानकारी नहीं है, चूकिं वह घटना के समय घर के दूसरे कमरे में थी।