-मुख्यालय स्तर पर १०० प्रकरणों का डेथ रिव्यू
-क्षेत्रीय संचालक स्तर से ४० फीसदी केस के रिव्यू।
-राज्य शासन स्तर से २० फीसदी केस के डेथ रिव्यू हों।
-रिव्यू में श्वांस नली में दूध की वजह से बताई मौत
कलेक्टर द्वारा कराए गए डेथ रिव्यू में एक एसएनसीयू और एक मौत पथरिया क्षेत्र में एक घर पर हुई थी। डेथ रिव्यू में पता चला है कि दोनों की मौत श्वांस नली में दूध के चले जाने के कारण होना पाई गई हैं।
चिंहित गर्भवती महिलाओं की समय पर सभी प्रकार की जांचे होना जरूरी है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में जोखिम वाली महिलाओं की जांच पर फोकस होना चाहिए। साथ ही फॉलोअप में लापरवाही नहीं बरती जाना चाहिए। यदि इन नियमों का पालन होता है तो बाल मृत्युदर पर अंकुश लग सकेगा।
बच्चों की मौत के १०० प्रतिशत डेथ रिव्यू करने के निर्देश हैं। दमोह की स्थिति काफी खराब है। सुधार न होने पर संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। डॉ. नीना गिडियन, क्षेत्रीय संचालक