राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा पुराने एन एच 12 पर एन एच 52 निर्माण के दौरान बूंदी टनल से सथूर के बीच में वन्यजीवों के लिए अंडरपास बनाने थे। इस दौरान वन्य प्रेमियों ने काफी आंदोलन किया। व पत्र व्यवहार भी किया। लेकिन संवेदक द्वारा एक भी अंडर पास नहीं बनाया गया, जिसका खामियाजा अब भुगतना पड़ रहा है। वन्य जीव प्रेमियों ने बताया कि लगातार हो रही बाघों व पैंथरों की मौत से टाइगर रिजर्व प्रभावित हो रहा है। यहां पर एक दशक में 1 दर्जन पैंथरों की मौत हो चुकी है।
देवेन्द्र ङ्क्षसह भाटी, जिला वन अधिकारी बूंदी।