यहां पर तीन स्थानों पर कुल 53 गिद्ध मिले हैं। यह सभी वयस्क हैं। पिछले वर्ष मई में हुई गिद्ध गणना के मुकाबले यहां पर दोगुने से अधिक गिद्ध मिले हैं। पर्यटन नगरी ओरछा के पुराने स्मारक न केवल पर्यटकों को बल्कि गिद्धों को भी रास आ रहे हैं। 17 से 19 फरवरी तक की गई गणना में यहां की ऐतिहासिक छतरियों एवं चतुर्भुज मंदिर पर ही 31 गिद्ध मिले हैं। वहीं 1 गिद्ध संतोषी माता मंदिर पर मिला है। ओरछा के रेंजर आदित्य पुरोहित ने बताया कि यह गिद्ध तीन दिनों तक चली गणना में अलग-अलग दिखाई दिए हैं। वहीं यहां पर गिद्धों के 18 घोंसले मिले हैं।
इस बार सभी गिद्ध वयस्क पाए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष मई में हुई गणना में 4 बच्चे भी मिले थे। इस बार जहां कुल 53 गिद्ध मिले हैं तो पिछले वर्ष इनकी कुल संख्या 21 थी, जिसमें चार बच्चे शामिल थे।
2019 की गणना में मिले थे 87 गिद्ध वर्ष 2019 में हुई गणना में ओरछा में 87 गिद्ध मिले थे। उस समय यहां पर वन्य परिक्षेत्र सहित छतरियों, चतुर्भुज मंदिर के साथ ही महल परिसर में गिद्ध देखने को मिले थे। यह अब तक मिले सबसे अधिक गिद्ध थे। इसके बाद से हर साल इनकी संख्या कम होती जा रही है।
यह मिले गिद्ध यहां पर सबसे अधिक लांग विल्ड गिद्ध मिले हैं। इनकी संख्या 49 है। इसके साथ ही 4 सफेद या इजिप्शियन गिद्ध मिले हैं। ओरछा में मिले कुल 53 गिद्धों में सबसे अधिक 28 गिद्ध बेतवा नदी के तट पर स्थित छतरियों पर मिले हैं। वहीं इसके बाद चतुर्भुज मंदिर पर 23 गिद्ध मिले हैं।
इसके साथ ही छतरियों पर 12 एवं चतुर्भुज मंदिर पर 6 घोंसले मिले हैं। विदित हो कि इसके पूर्व राजमहल एवं वन्य क्षेत्र में भी गिद्धों का बसेरा देखा गया था। इस बार यहां पर गिद्ध नहीं दिखाई दिए हैं।