45 दिनों तक दिया जाएगा ट्रेनिंग
इस फैक्ट्री को शुरू करने को लेकर शासन की मंशा केमुताबिक महिलाओं को सिलाई का काम पहले से आता उन्हें और जिन्हें नहीं आता उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। महिलाओ को यहां मास्क, शर्ट, कुर्ता बनाने की ट्रेनिंग दिया जाएगा। भिलाई को गारमेंट का हब बनाया जाएगा। इस पर काम शुरू कर दिए है और जल्द ही भिलाइवासियो के लिए एक रोजगार क्रांति देखने को मिलेगा। इससे यहां काम करने वाली महिलाओं का पूरा परिवार आर्थिक रूप से मजबूत होगा। महिलाओं को गारमेंट फैक्ट्री के संचालन के लिए 45 दिवस की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद ही प्राइमरी शेड से मेन शेड में महिलाओं को काम करने के लिए भेजा जाएगा। गारमेंट फैक्ट्री को सुरक्षित रखने के लिए चारों ओर से बाउंड्री वाल का निर्माण किया जाएगा। गारमेंट फैक्ट्री में कपड़े के लिए मशीन लगाने की तैयारी है। इसका संचालन करने के लिए निगम से व्यवस्था की जाएगी। 3300 स्क्वायर फीट में हो रही तैयार
जनप्रतिनिधियों की मंशा के मुताबिक 3300 स्क्वायर फीट में गारमेंट फैक्ट्री का निर्माण किया जा रहा है। इसमें शौचालय की व्यवस्था व किड्स जोन भी होगा। वहीं वाटर कूलर भी लगाए जाएंगे। नगर निगम, भिलाई के कैनाल रोड से लगाकर इसे तैयार किया जाना है। इसको लेकर तात्कालीन निगम आयुक्त देवेश ध्रु, ने एजेंसी को निर्देश दिया था कि आईटीआई परिसर में गारमेंट फैक्ट्री का काम शुरू किया जाए। इसके बाद भी काम शुरू नहीं किया गया। अब जाकर कलेक्टर के निर्देश पर काम शुरू किया गया है।
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