Entertainment: मुगल-ए-आजम के लिए Kamal Amrohi को मिला था फिल्म फेयर पुरस्कार
Entertainment: 1952 मे कमाल अमरोही ने फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी से शादी कर ली। उस समय कमाल अमरोही और मीना कुमारी की उम्र में काफी अंतर था। कमाल अमरोही 34 साल के थे जबकि मीना कुमारी महज 19 साल की थी। महल की कामयाबी के बाद कमाल अमरोही ने कमाल पिक्चर्स और कमालिस्तान स्टूडियो की स्थापना की। कमाल पिक्चर्स के बैनर तले उन्होंने अभिनेत्री पत्नी मीना कुमारी को लेकर ‘दायरा’ फिल्म का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म टिकट खिड़की पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी। इसी दौरान कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) को के.आसिफ की साल 1960 में प्रदर्शित फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में संवाद लिखने का अवसर मिला। इस फिल्म के लिए वजाहत मिर्जा संवाद लिख रहे थे, लेकिन आसिफ को लगा कि एक ऐसे संवाद लेखक की जरूरत है, जिसके लिखे डायलॉग दर्शकों के दिमाग से बरसों बरस नहीं निकल पाएं और इसके लिए उन्होंने कमाल अमरोही को अपने चार संवाद लेखकों में शामिल कर लिया। इस फिल्म के लिए कमाल अमरोही को सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। Entertainment: पाकीजा को बनने में लगे थे 14 साल
Entertainment: 1964 मे कमाल अमरोही और मीना कुमारी की विवाहित जिंदगी में दरार आ गयी और दोनों अलग रहने लगे। इस बीच कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘पाकीजा’ के निर्माण में व्यस्त रहे। उन्हें इस फिल्म के निर्माण में लगभग 14 साल लग गए। कमाल अमरोही और मीना कुमारी अलग हो गए थे फिर भी कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) ने फिल्म की शूटिंग जारी रखी, क्योंकि उनका मानना था कि ‘पाकीजा’ जैसी फिल्मों के निर्माण का मौका बार-बार नहीं मिल पाता है। 1972 में जब ‘पाकीजा’ प्रदर्शित हुई तो फिल्म में कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) के निर्देशन क्षमता और मीना कुमारी के अभिनय को देख दर्शक मुग्ध हो गए। ‘पाकीजा’ आज भी कालजयी फिल्म में शुमार की जाती है। 1972 में मीना कुमारी की मौत के बाद कमाल अमरोही टूट से गए और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर लिया। साल 1983 में कमाल अमरोही ने खुद को स्थापित करने के उद्देश्य से एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया और फिल्म ‘रजिया सुल्तान’ का निर्देशन किया। भव्य पैमाने पर बनी इस फिल्म में कमाल अमरोही ने एक बार फिर अपनी निर्देशन क्षमता का लोहा मनवाया लेकिन दर्शकों को यह फिल्म पसंद नहीं आयी और बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से नकार दी गयी।
Entertainment: 90 के दशक में कमाल अमरोही ‘अंतिम मुगल’ नाम से एक फिल्म बनाना चाहते थे, लेकिन उनका यह ख्वाब हकीकत में नहीं बदल पाया। अपने कमाल से दर्शकों को दिलों में खास पहचान बनाने वाले महान फिल्मकार कमाल अमरोही 11 फरवरी 1993 को इस दुनिया को अलविदा कह गए।