कोरोना काल में बढ़ी लोकप्रियता
कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन चेस में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हुई क्योंकि ये ऐसा गेम था, जिसमें काफी देर तक लोग जुड़े रहते थे। आज हाल ये है कि चेस डॉट.कॉम, ट्विच और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर शतरंज खेलने वाले स्ट्रीमर्स (ऑनलाइन खिलाड़ी) की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।20 करोड़ लोग ऑनलाइन रजिस्टर्ड
-रिपोर्ट के तहत, 2024 में करीब ऑनलाइन चेस खेलने के लिए करीब 20 करोड़ लोगों ने पूरी दुनिया में अपना नाम रजिस्टर्ड कराया था।-भारत में प्रत्येक महीने एक्टिव खिलाड़ियों की संख्या करीब 90 लाख है। वहीं, प्रत्येक महीने 5.50 लाख लोग नए जुड़े रहे हैं।
-7.6 करोड़ ऑनलाइन गेम्स पूरे विश्व में 2024 में खेले गए। 2026 तक इसकी संख्या डेढ़ गुना होने की उम्मीद है।
ई स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप 2025 में मिली जगह
अंतरराष्ट्रीय चेस फेडरेशन (फिडे) चेस डॉट.कॉम की मदद से 2023 में सिंगापुर में आयोजित हुए ओलंपिक ई स्पोर्ट्स वीक में शतरंज को शामिल किया गया। वहां इस खेल को काफी पसंद किया गया और अब चेस को रियाद में होने वाले ई स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप 2025 (ईडब्ल्यूएस) में शामिल किया गया है।12.80 करोड़ रुपए इनामी राशि
स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप 2025 की कुल इनामी राशि बढ़ाकर 12.80 करोड़ रुपए की गई है। खास बात यह है कि दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन इस टूर्नामेंट के ब्रांड एंबेसडर हैं।भारतीय खिलाड़ी भी खेलेंगे
इस विश्व कप में भारत के भी कई स्टार खिलाड़ी शिरकत करेंगे। इसमें ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी के अलावा निहाल सरीन और अरविंद चिदंबरम भी शिरकत करेंगे।ये भी जानें
-शतरंज की उत्पत्ति भारत से हुई। माना जाता है कि ये खेल भारत में 5000 साल पहले महाभारत काल से खेला जाता है। लेकिन आधिकारिक तौर पर माना जाता है कि शतरंज का आविष्कार छठी शताब्दी ईस्वी के आसपास उत्तरी भारत में हुआ था।-1886 में शतरंज का पहला आधिकारिक टूर्नामेंट खेला गया था। ये टूर्नामेंट 11 जनवरी से 29 मार्च तक अमेरिका में खेला गया था।
-रूस के सर्गेई कार्जाकिन इतिहास के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर हैं। वह 12 साल और सात महीने की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे।
-इतिहास का सबसे लंबा मैच 20 घंटे 15 मिनट तक चला और इस दौरान 269 चालें हुईं। ये मैच बेलग्रेड में 17 फरवरी 1989 में इवान निकोलिच और गोरेन अर्रसोविच के बीच खेला गया, जो ड्रॉ रहा। ये दोनों खिलाड़ी युगोस्लोवाकिया के थे।