आठ जिलों से होकर रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस वे
बिहार के आठ जिलों से होकर रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस वे गुजरेगा। यह सिक्सलेन बिहार के पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर और बांका जिले से होकर गुजरेगा। इस प्रोजेक्ट में एक पुल भी शामिल है। यह पुल गंगा नदी पर बनाया जायेगा। इस पुल के निर्माण से बेगूसराय से सूर्यगढ़ा की दूरी कम हो जायेगी। यह पुल करीब 4.5 किलोमीटर लंबा होगा।
11 घंटे में पूरा होगा सफर
अभी भारत नेपाल सीमा से हल्दिया आने जाने में करीब 20 घंटा का समय लगता है। रक्सौल से हल्दिया का सफर करने के लिए फिलहाल जीटी रोड और पटना सीतामढ़ी सड़क मार्ग से यात्रा पूरी की जा रही है। लेकिन, नए एक्सप्रेस वे के निर्माण से यह सफर मात्र 11 घंटे में पूरा हो जायेगा। इससे सड़क मार्ग से सफर करने वालों को तो सहूलियत मिलेगी ही। इसके साथ ही नेपाल, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच रोजगार, व्यापार आदि के अवसर भी बढ़ेंगे। पथ निर्माण मंत्री ने बुधवार को विभागीय समीक्षा बैठक के बाद अधिकारियों से इस प्रोजेक्ट को लेकर कई निर्देश भी दिए हैं।
चुनाव से पहले बिछने लगा सड़कों का जाल
बिहार में विधानसभा चुनाव अक्तूबर नवंबर में होना है। इससे पहले केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर बिहार में सड़कों का जाल बिछाना शुरू कर दिया। हाल के दिनों में केंद्र सरकार की ओर से जेपी गंगा पथ को कोइलवर की मंजूरी दी गई। इसके कुछ ही दिनों के बाद केंद्र सरकार की ओर से साहेबगंज-अरेराज-बेतिया फोरलेन,जहानाबाद से अरवल और नालंदा फोरलेन और पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी है। केंद्र सरकार बिहार में विकास को अपना मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही है।
120 की रफ्तार से दौड़ेगी गाड़ियां
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस वे के निर्माण से नेपाल, बिहार, झारखंड और उड़िसा के व्यपार को गति मिलेगा। इसके साथ ही इस प्रदेश के लोगों के बीच रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे। यह एक्सप्रेसवे सिक्सलेन एक्सप्रेस-वे होगा। यह सिक्सलेन एक्सप्रेस-वे एक एक्सेस कंट्रोल्ड हाइवे होगा। इससे सड़क हादसों पर लगाम लगेगा। एक्सप्रेसवे पर 120 की रफ्तार से वाहनों दौड़ सके, उस हिसाब से सड़का का निर्माण होगा।