बागवास फल सब्जी मंडी में मौजूद सरकारी क्रय केंद्र में मंगलवार को तीन किसान अपनी सरसों की फसल लेकर पहुंचे। लेकिन बाजार का भाव अधिक होने की वजह से किसानों का रुझान सरकारी क्रय केंद्रों की तरफ नहीं है। बताया जा रहा है कि बाजार में सरसों और चने का भाव समर्थन मूल्य से अधिक है।
सरसों के लिए 3 और चने के लिए 29 किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन
राजफेड द्वारा स्थापित समर्थन मूल्य खरीद केंद्र प्रभारी परमेश गुर्जर ने बताया कि 1 अप्रैल से चने एवं सरसों की खरीद के लिए राजफेड की ओर से पंजीकरण शुरू किया गया था। जिले में मात्र तीन किसानों ने सरसों और 29 किसानों ने चने के लिए अपना पंजीकरण करवाया। मौजूदा समय में दोनों जिंसों का बाजार भाव समर्थन्य मूल्य से ज्यादा है। ऐसे में किसान सरकारी खरीद केंद्रों में नहीं आ रहे हैं।
सरसों और चने का सरकारी रेट
दरअसल, इस बार सरकार ने चने का समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों का 5950 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य निर्धारीत किया है। बगवास स्थित फल सब्जी मंडी में महालक्ष्मी क्रय विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष भगवत सिंह टेरियाखेडी और उपाध्यक्ष दशरथसिंह अंजना ने मंगलवार को केंद्र की शुरुआत की। यहां पर अपनी उपज लेकर पहुंचे किसानों का स्वागत किया गया।
किसानों के खाते में उपज का भुगतान
केंद्र प्रभारी ने बताया कि किसानों को उनकी उपज का भुगतान सीधा ऑनलाइन उनके खातों में किया जाएगा। इसको लेकर पहले से तैयारी पूरी कल ली गई है। ऐसे में किसानों को उपज का भुगतान पाने में कोई कठिनाई नहीं होने वाली है।