Prayagraj Sangam Station: स्नान पर्व से पहले प्रयागराज संगम स्टेशन बंद, भारी भीड़ के चलते उठाया गया कदम
Prayagraj Traffic: 9 फरवरी दोपहर 1:30 बजे से संगम स्टेशन को बंद कर दिया गया। भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए रेलवे ने अस्थायी रूप से स्टेशन को बंद करने का फैसला लिया। 12 फरवरी को पूर्णिमा स्नान के कारण पहले 11 फरवरी से बंद करने की योजना थी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने निर्णय में बदलाव किया।
प्रयागराज संगम स्टेशन बंद: श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया बड़ा फैसला
Prayagraj Sangam Station Closed: प्रयागराज के संगम स्टेशन को 9 फरवरी रविवार दोपहर 1:30 बजे से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। यह फैसला कुंभ और माघ मेले के दौरान उमड़ने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है। पहले यह बंदी 11 फरवरी से प्रस्तावित थी, लेकिन पूर्णिमा स्नान से पहले ही स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ इकट्ठा होने के कारण इसे समय से पहले ही बंद कर दिया गया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए यह कदम उठाया गया है।
प्रयागराज में संगम तट पर माघ मेला चल रहा है और 12 फरवरी को पूर्णिमा स्नान होने वाला है। इस पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने आते हैं। प्रशासन को पहले से ही अनुमान था कि 11-12 फरवरी को भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे, लेकिन अपेक्षा से ज्यादा भीड़ उमड़ने के कारण रेलवे को 9 फरवरी को ही संगम स्टेशन बंद करने का निर्णय लेना पड़ा।
रेलवे प्रशासन का बयान
रेलवे प्रशासन ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए यह निर्णय जरूरी था। प्रयागराज रेलवे मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि भारी भीड़ को देखते हुए प्लेटफार्म पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। इसलिए किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है।
संगम स्टेशन बंद होने के कारण हजारों यात्रियों को अन्य स्टेशनों से यात्रा करनी होगी। रेलवे ने श्रद्धालुओं और यात्रियों को प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी और प्रयाग स्टेशन का उपयोग करने की सलाह दी है। स्टेशन पर अनाउंसमेंट कर यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनों और रूट की जानकारी दी जा रही है।
भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन की रणनीति
रेलवे पुलिस (GRP) और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं।
यातायात पुलिस और स्थानीय प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने में सहायता कर रहा है।
बसों और अन्य परिवहन सेवाओं को बढ़ाया गया है, ताकि श्रद्धालु आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
रेलवे प्लेटफार्म और ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
स्नान पर्वों पर पहले भी बंद किया जाता रहा है स्टेशन
ऐसा पहली बार नहीं है जब संगम स्टेशन को बंद किया गया हो। हर साल माघ मेले और कुंभ मेले के दौरान क्राउड कंट्रोल के लिए स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद किया जाता है। इस साल प्रशासन को उम्मीद थी कि 11 फरवरी के बाद भीड़ बढ़ेगी, लेकिन पहले से ही लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति को देखते हुए 9 फरवरी को ही स्टेशन को बंद कर दिया गया।
श्रद्धालुओं को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
वैकल्पिक स्टेशनों (प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, प्रयाग स्टेशन) का उपयोग करें।
रेलवे के अनाउंसमेंट और अपडेट्स पर ध्यान दें।
किसी भी अफवाह से बचें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
स्टेशन और ट्रेनों में सतर्क रहें और अपने सामान का ध्यान रखें।
प्रयागराज संगम स्टेशन का अस्थायी बंद होना श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन यह कदम उनकी सुरक्षा के लिए उठाया गया है। रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए कई इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालु सुगमता से अपनी यात्रा पूरी कर सकें।