घटना शनिवार रात करीब 1:30 बजे की है। आरोप है कि एसआई मनीष सिंह शराब के नशे में थे और ओवरलोड तीन ट्रकों को थाने में लाकर वरिष्ठ एसआई हरेराम यादव के कमरे के सामने खड़ा करने लगे। जब हरेराम यादव ने ट्रक को हटाने के लिए कहा तो मनीष सिंह कथित तौर पर गालीगलौज करने लगे। विरोध करने पर मामला मारपीट तक पहुंच गया। थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला।
पीड़ित एसआई हरेराम यादव ने इस मामले की शिकायत अपने वरिष्ठ अधिकारियों से की थी। डीसीपी के संज्ञान में मामला आने के बाद जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद देर रात निलंबन की कार्रवाई की गई।
वहीं, आरोपी एसआई मनीष सिंह ने खुद पर लगे आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि केवल मामूली कहासुनी हुई थी और बाद में उन्होंने माफी भी मांगी थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि मारपीट का आरोप बेबुनियाद है।
फिलहाल विभागीय जांच शुरू कर दी गई है, और आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।