कुंभ के आयोजन को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया: अखिलेश यादव
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ श्रद्धालुओं के इंतजाम का दावा किया, लेकिन हकीकत कुछ और है। महाकुंभ के पार्किंग, होल्डिंग एरिया, ट्रेन और बसों की संख्या पर अध्ययन होना चाहिए। सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार ने अपने कुंभ के आयोजन को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। श्रद्धालुओं के लिए कम व्यवस्था थी, लेकिन सरकार प्रचार में आगे रही। हमारे हर सुझाव को भाजपा आलोचना समझती थी। हर इवेंट को वे भाजपा का इवेंट बनाना चाहते हैं। वे “पॉलिटिकल कुंभ” बनाना चाहते हैं।
एससी-एसटी के ऊपर अन्याय हो रहा है: अखिलेश यादव
उन्होंने कहा, “सच्चाई तो यह है कि धार्मिक उन्माद और जातियों का झगड़ा बढ़ाने का काम कोई कर रहा है तो भारतीय जनता पार्टी कर रही है। पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) का प्लेटफॉर्म सभी समाज के लोगों को जोड़ने का प्लेटफॉर्म है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एससी-एसटी के ऊपर अन्याय हो रहा है।” दलित उत्पीड़न में नंबर 1 यूपी
अखिलेश यादव ने कहा कि दलित उत्पीड़न में उत्तर प्रदेश नंबर 1 है। उन्होंने जातीय आंकड़े देते हुए कहा, “आगरा में कुल पोस्टिंग हैं 48, पीडीए 15 बाकी सब सिंह भाई। मैनपुरी में 15 पोस्टिंग हैं, पीडीए तीन, सिंह भाई 10 हैं। प्रयागराज का भी इसी तरह का आंकड़ा होगा।” उन्होंने कहा कि दो चीजें हम लोगों को पता हैं, एक तो डीजीपी कार्यवाहक होगा, दूसरा सिंह होगा।