मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर निचले वायुमंडल में चक्रवाती स्थिति बन गई है। साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी क्षेत्र में सक्रिय हो रहा है। इन दोनों मौसम प्रणालियों के मेल से उत्तर प्रदेश का मौसम प्रभावित होने जा रहा है।
लखनऊ समेत कई जिलों में तेज हवाएं और बारिश के आसार मंगलवार को लखनऊ, कानपुर सहित 27 जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। नम हवाओं की रफ्तार 30 से 35 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई। मौसम केंद्र अमौसी के वैज्ञानिक अतुल सिंह के मुताबिक बुधवार को हवाओं की गति बढ़कर 40 से 45 किमी प्रति घंटा हो सकती है।
एक मई से पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश शुरू हो सकती है, जो दोपहर बाद लखनऊ और पश्चिमी हिस्सों में भी प्रभाव दिखाने लगेगी। दक्षिणी जिलों में यह असर पहले ही शुरू हो जाएगा और तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
तीन मौसम प्रणालियों का मेल, असर पांच दिन तक मौसम विभाग का कहना है कि इस बार तीन प्रमुख परिस्थितियां एक साथ बन रही हैं। छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड, बिहार और पूर्वी यूपी तक एक ट्रफ लाइन सक्रिय है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ, मध्य प्रदेश के ऊपर चक्रवातीय हवाओं से मिलकर झारखंड से पश्चिमी यूपी तक प्रभावी ट्रफ बना देगा। इसका असर चार से पांच दिन तक रह सकता है।
तापमान में तेज गिरावट दर्ज तेज नम हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बाराबंकी में अधिकतम तापमान 5.4 डिग्री घटकर 33.5 डिग्री पर आ गया। गोरखपुर में यह सामान्य से 5.4 डिग्री कम होकर 32.6 डिग्री और लखनऊ में 4.1 डिग्री की गिरावट के साथ 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री रहा।