प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज आवाज के साथ पत्थर खिड़की का शीशा तोड़ते हुए अंदर आ गिरा, जिससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। उस समय शैलजा नाम की महिला अपने बच्चों के साथ कोच C-1 में सीट संख्या 25, 26 और 27 पर यात्रा कर रही थीं। उन्होंने बताया कि पत्थर लगने से शीशे के टुकड़े उनके बच्चे को लग गए, जिससे उसे हल्की चोट आई और बच्चे डर के मारे रोने लगे।
घटना की जानकारी मिलते ही लखनऊ स्थित रेलवे सुरक्षा नियंत्रण कक्ष सक्रिय हुआ। आरपीएफ और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, हालांकि हमलावर भाग निकले। प्रयागराज पहुंचने पर आरपीएफ इंस्पेक्टर आरबी सिंह और सब इंस्पेक्टर संदीप यादव ने कोच का निरीक्षण किया और यात्रियों से बयान लिए।
आरपीएफ ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरों की सहायता से आरोपियों की पहचान की जा रही है। आरपीएफ ने स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।