इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के ग्राम बनोरा निवासी पंचराम सारथी पिता पुनीराम सारथी (50 वर्ष) रोजी मजदूरी का काम करता था। मृतक के दो बेटे हैं एक की शादी हो चुकी है, इससे बड़ा बेटा अपने परिवार के साथ बाहर रहता है और दूसरा बेटा नाबालिग जो अपने पिता के साथ ही रहता था। ऐसे में 21 दिसंबर की रात को पंचराम अपने बेटा के साथ खाना खाकर घर में सो रहा था।
पुलिस ने एक संदेही को लिया हिरासत में
इस दौरान रविवार को सुबह 5 बजे के पंचराम के छोटा बेटा अर्जुन सारथी घर के सामने टहल रहा था तभी उसी गांव के रहने वाले संतोष सिदार ने उसे बताया कि डुमरपाली बस्ती के पास पंचराम सारथी को कुछ लोगों द्वारा बिजली खंबे से बांधकर डंडे और लात घुसों से मारपीट कर रहे है, जिससे अर्जुन सारथी मौके पर जाकर देखा तो पंचराम सारथी खंबे में बंधा हुआ था और उसकी
मौत हो चुकी थी। ऐसे में जब उसने डूमरपाली गांव के लोगों से पुछताछ किया तो ग्रामीणों ने बताया कि पंचराम सारथी डूमरपाली निवासी वीरेन्द्र सिंह सिदार के घर में चोरी की नियत से रात 2 बजे घुसा था।
इस वजह से कुछ लोगों ने मिलकर पंचराम को बिजली खंबे से बांधकर डंडे से पीट-पीटकर उसे मार डाला है। ऐसे में उसने तत्काल इसकी सूचना डायल 112 को दिया, इससे
पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पंचराम को खंभा से खोलकर तत्काल मेडिकल कालेज अस्पताल लेकर आई, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। ऐसे में चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही पुलिस ने संदेही विरेंद्र सिंह सिदार को हिरासत में लिया है।
शराब पीने का आदी था मृतक
मृतक के परिजनों ने बताया कि उसकी पत्नी का कई साल पहले निधन हो गया है, जिसके बाद से पंचराम शराब पीने का आदि हो चुका था और अक्सर शराब के नशे में रहता था, लेकिन कभी चोरी नहीं करता था। ऐसे में परिजनों का आरोप है कि रात में उसे बुलाकर ले जाया गया है और चोरी का आरोप लगाकर
बिजली खंबे में बांधकर उसके साथ मारपीट कर हत्या किया गया है, ऐसे में अब पुलिस जांच के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
चक्रधरनगर टीआई प्रशांत राव ने कहा की बनोरा में ग्रामीण की पीट-पीटकर हत्या मामले में एक मुख्य संदेही को हिरासत मेें लेकर पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी तक मामले का खुलासा नहीं हो सका है।