इस दौरान तलाशी में 10 फर्जी फर्मों के जरिए करोडो़ रुपए का बोगस लेन-देन करने के दस्तावेज मिले थे। स्टेट जीएसटी के जॉइंट कमिश्नर नरेंद्र वर्मा ने बताया कि आरोपी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 से लेकर 2025-26 तक लगभग 262 करोड़ रुपए की खरीद-बिक्री दिखाते हुए इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया। साथ ही
छत्तीसगढ़ में ही कई बोगस यूनिट्स बनाकर एक-दूसरे को इनवॉयस जारी किया। जिसका कारोबार से कोई वास्ता तक नहीं था।
प्रांरभिक जांच में 26 करोड़ रुपए की आईटीसी चोरी उजागर हुई है। जांच के बाद इसकी रकम में और इजाफा हो सकता है। आरोपी अमन अग्रवाल को जीएसटी एक्ट की धारा 69 और 132 (बी) के तहत जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
आईटीसी लेने वाले कारोबारी निशाने पर
गिरफ्तार किए गए लोहा कारोबारी द्वारा कई अन्य लोगों को बोगस बिलिंग करने के इनपुट मिले है। इसे देखते हुए अमन अग्रवाल से लेनदेन करने वाले करीबी कारोबारियों को संदेह के दायरे में लिया गया है। उक्त सभी लोगों से पूछताछ कर बयान लेने पर टैक्स फ्रॉड से जुड़े अन्य लोग या फर्में भी सामने आ सकते है।