आत्मानंद स्कूल के प्रभारी व समग्र शिक्षा के जिला मिशन समन्वयक केएस पटले से जब इस विषय पर बात हुई तो उन्होंने पहले साफ मना किया कि किसी भी स्कूल में ऐसा नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी स्कूल नहीं है, जहां पर बच्चों को प्रिंट आउट लेकर आने को कहा गया है। जब उन्हें स्कूल के ग्रुप में भेजे गए मैसेज की स्क्रीन शॉट शेयर किया गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा है तो मैं बात करता हूं। लेकिन कार्रवाई को लेकर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
स्कूल खुले एक माह, लेकिन सरकारी किताबें नहीं पहुंची नए सत्र की कक्षाएं शुरू हुए एक माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक स्कूलों में सरकारी किताबेें नहीं पहुंच पाई हैं। ऐसे में बच्चों के साथ अभिभावकों को भी चिंता सता रही है। स्वामी आत्मानंद स्कूलों में भी अभी तक किताबों की सप्लाई नहीं हो पाई है। प्रभारी केएस पटले ने बताया कि अभी स्वामी आत्मानंद के हिन्दी मीडियम स्कूलों में किताबें पहुंचाई जा रही हैं। उसके बाद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में भी पूरी सप्लाई कर दी जाएगी। किसी भी स्कूल में किताबें एससीईआरटी की दी जाएंगी और उन्हें स्कूल में ही मिलेंगी।
विभाग ने कहा शिक्षक प्रिंट कर पढ़ाएं शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों से कहा गया है कि जहां किताबें नहीं पहुंची हैं वहां शिक्षक किताबों के प्रिंट लेकर पढ़ाएंगे, लेकिन स्वामी आत्मानंद निवेदिता अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्राचार्य और शिक्षकों ने अपनी मनमर्जी से स्कूल के ग्रुप में मैसेज किया कि अभिभावक किताबों के प्रिंट करवा लें। वहीं उन्होंने ग्रुप में सभी किताबों की पीडीएफ भी शेयर की है।