नए सेटअप के नाम पर स्कूलों में शिक्षकों के न्यूनतम पदों की संया में कटौती करके शिक्षक के हजारों पद खत्म कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस युक्तियुक्तकरण के विरोध मे प्रदेशव्यापी चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी। सरकार के इस रोजगार और शिक्षा विरोधी कदम का डटकर विरोध किया जाएगा।
बैज ने युक्तियुक्तकरण को बताया रोजगार विरोधी कदम
बैज ने कहा कि साय सरकार नए शिक्षकों की भर्तियां न करना पड़े, इसलिए
युक्तियुक्तकरण कर रही है। सरकारी शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने के लिए साय सरकार ने षड्यंत्र रचा है। साय सरकार के इस फैसले का सबसे बड़ा नुकसान बस्तर और सरगुजा के आदिवासी अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों पर पड़ेगा।
बैज ने कहा कि स्कूलों को जबरिया बंद किए जाने से न केवल शिक्षक, बल्कि उन स्कूलों से संलग्न हजारों रसोईया, स्लीपर और मध्याह्न भोजन बनाने वाली महिला, स्व सहायता समूह की बहनों के समक्ष जीवनयापन का संकट उत्पन्न हो जाएगा।
नए सेटअप के तहत सभी स्तर प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षकों के न्यूनतम पदों में कटौती के चलते युवाओं के लिए नियमित शिक्षक के पद पर नई भर्ती के अवसर भी कम हो जाएंगे, शिक्षा के स्तर पर बुरा असर पड़ना निश्चित है। इसके पहले भी रमन सरकार के समय भी 3000 स्कूलों को बंद किया गया था, जिन्हें कांग्रेस की सरकार बनने के बाद फिर शुरू किया गया।