इस मामले में विपक्ष ने सीबीआई जांच की मांग की तो सत्तापक्ष ने पूछा कि विपक्ष को सीबीआई पर विश्वास है क्या? इस दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच नोक-झोंक भी देखने को मिली है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया।
CG Monsoon Session 2025: राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा पर घिरे मंत्री
प्रश्नकाल में मूणत ने विभागीय परीक्षा में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। इस पर राजस्व मंत्री ने बताया कि गड़बड़ी की शिकायत आने के बाद पांच सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी। जांच में अनियमितता पाई गई है। वास्तविक दोषी तक पहुंचकर कार्रवाई करेंगे। मूणत ने कहा कि मंत्री को विभाग में आए 9 दिन भी नहीं हुआ था, और परीक्षा ले ली गई। साली और जीजा, भाई-भाई एक साथ बैठे थे। अनियमितता के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मंत्री ने कहा, जांच कमेटी ने निष्कर्ष में कहा है कि प्रस्तुत दस्तावेज साक्ष्य की श्रेणी में नहीं आता है। ये जरूर है कि गड़बड़ी हुई है और जांच कमेटी ने स्वीकार किया है, लेकिन कॉल डिटेल निकालना है, इसमें
ईओडब्ल्यू जांच कर रही है। इसके बाद भाजपा विधायक चंद्राकर ने पूछा कि ईओडब्ल्यू की जांच का निर्णय किसने लिया। मंत्री ने बताया कि विभाग ने ही फैसला लिया है।
आने वाले सत्र से पहले कार्रवाई होगी
चर्चा के दौरान मंत्री ने बताया कि हमारे विभाग से ईओडब्ल्यू ने 41 बिंदु पर जानकारी दी है। पूछताछ के लिए भी अनुमति ले चुका है। इसमें यथाशीघ्र जांच होगी। हमारा प्रयास रहेगा कि आने वाले सत्र से पहले इस पर कार्रवाई हो जाए। पूर्व राज्यपाल व पूर्व मंत्री को दी गई श्रद्धांजलि
सदन की शुरुआत में पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त और अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने दोनों के निधन का उल्लेख करते हुए उनके साथ बिताए क्षणों को याद करते हुए कहा कि शेखर दत्त बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे।
छत्तीसगढ़ में राज्यपाल के रूप में उनका अतुलनीय योगदान था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि दिवंगत शेखर दत्त प्रतिभा के धनी थे। शेखर दत्त ने सेना में रहते देश का मान बढ़ाया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल और संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप ने भी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन ने दो मिनट का मौन रखा और 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई।
मुख्यमंत्री ने नवीन विधानसभा परिसर में किया पौधरोपण
मुख्यमंत्री साय ने सोमवार को नवा रायपुर स्थित नवीन
विधानसभा परिसर में विधिवत पूजा-अर्चना कर गुलमोहर का पौधा रोपित किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, उप मुयमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप सहित मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य एवं विधानसभा के सभी सदस्यों ने भी गुलमोहर का पौधरोपण किया। कार्यक्रम में मुय सचिव अमिताभ जैन, विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बस्तर विश्वविद्यालय में हुई गड़बड़ियों पर जांच के बाद होगी कार्रवाई: सीएम
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर में हुई भर्ती का मुद्दा उठाया। चंद्राकर ने कहा कि यहां भर्ती में आरक्षण का पालन नहीं किया गया है। इसके साथ ही मनमानी की गई है। इसमें 46 और 54 वर्ष के व्यक्ति का चयन हुआ है। जबकि हमारे भर्ती नियम में 40 से अधिक उम्रवालों की भर्ती नहीं हो सकती है। सहायक प्राध्यापक पद के लिए वित्त और उच्च
शिक्षा विभाग से अनुमति नहीं ली गई। इस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिली थी। उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। अभी जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस विषय पर सत्ता-विपक्ष के बीच विवाद
मूणत ने कहा कि यह आपके कार्यकाल का मामला नहीं है। यह पूर्व सरकार का मामला है। उन्हीं लोगों के कारण प्रदेश में यह सब हो रहा है। इस पर विपक्ष ने आपत्ति जताई। पूर्व मुख्यमंत्री ने मंत्री से पूछा कि यह परीक्षा कब हुई थी। परीक्षा आपकी सरकार आने के बाद हुई या पहले। मंत्री ने कहा कि जनवरी 2024 में परीक्षा हुई और फरवरी में रिजल्ट आया। मंत्री के इस जवाब के बाद सदन में जोरदार हंगामा। इस बीच बघेल ने कहा, दोषियों को बचाने की कोशिश हो रही है. क्या सीबीआई से इसकी जांच कराएंगे? भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि क्या
सीबीआई पर आपको भरोसा है? इसके साथ ही भाजपा विधायकों ने भूपेश बघेल को घेरा। सत्तापक्ष की नोक-झोंक से नाराज विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।