पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि कोई नोटिस ही नहीं आया है, तो जाने का कोई सवाल ही नहीं उठाता। उन्होंने कहा, नोटिस आएगा तो जरूर जाएंगे। उनका आरोप है कि ईडी का काम मीडिया हाइप करना है। नोट गिनने की मशीन, किसी ने नोट गिनते हुए दिखा दिया। ऐसे मीडिया हाइप क्रिएट करने का काम ईडी का है। ये सब बदनाम करने के लिए भाजपा का षड़यंत्र है।
पूर्व सीएम ने कहा, ईडी वर्ष 2021 से शराब घोटाले की केवल जांच ही कर रही है, आज तक फाइनल रिपोर्ट सबमिट नहीं कर पाई है। अभी विधानसभा में एक सवाल के जवाब में राज्य सरकार इस प्रकार के किसी प्रकरण से ही इनकार कर रही है। एक तरफ ईडी कहती है शराब घोटाले का प्रकरण है। दूसरी ओर, राज्य सरकार ऐसे किसी प्रकरण से इनकार करती है।
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विधानसभा में भी कहा यदि मामला नकली होलोग्राम का है तो क्या शराब फैक्ट्रियों से कोई वसूली की गई क्या ? कोई नोटिस दिया गया क्या ? सीडी प्रकरण को लेकर पूर्व सीएम ने कहा, मुझे बरी नहीं किया है, आरोपों से डिस्चार्ज किया है। इन दोनों में बहुत अंतर है। बरी तब किया जाता है जब न्यायालय सारे सबूतों को देख ले और आरोप मुक्त करें। जबकि मेरे प्रकरण में न्यायालय को आरोप ही ट्रायल के योग्य नहीं लगा।