दरअसल, निलंबित कांग्रेस के नेताओं ने घर वापसी के लिए सीधे
प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट तक अपनी एप्रोच लगाई थी। इसके अलावा घर वापसी के लिए लिखित में आवेदन भी दिया था। इसे प्रदेश प्रभारी पायलट ने भी गंभीरता से लिया है। पायलट ने जितने भी आवेदन आए हैं, उनकी जांच के लिए एक प्रदेश स्तरीय समिति गठित की है।
यह हैं समिति के सदस्य
समिति में सात लोगों को जगह दी गई है। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रदेश सहप्रभारी एसए संपत कुमार, जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़ को रखा गया है। इसके अलावा इसमें कांग्रेस के दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू और मोहन मरकाम भी सदस्य हैं। यह होगा फायदा
निकाय व पंचायत चुनाव में संगठन को मजबूत करना बहुत जरूरी है। निलंबित नेताओं का अपने-अपने क्षेत्र में प्रभाव रहता है। ऐसे में यदि वे पार्टी से जुड़ेंगे, तो उसका लाभ मिलेगा।
रिक्त पदों पर नियुक्ति जल्द
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की है। इसके बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि संगठन के रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति हो सकती है। इसके अलावा संगठन में बदलाव की भी चर्चा तेज है।