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Rape and blackmail: नाबालिग से Rape का बनाया वीडियो, वायरल करने की धमकी देकर करता रहा ब्लैकमेल, हरियाणा से गिरफ्तार मिली जानकारी के अनुसार रायपुर रेंज में आपरेशन साइबर शील्ड के तहत पुलिस साइबर फ्राड के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पिछले दिनों रायपुर के सिविल लाइंस थाने में एक साइबर अपराध से जुड़ी एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई। रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने इसके लिए टीम का गठन किया। म्यूल अकाउंट से संबंधित से इस मामले की जांच
पुलिस ने शुरू की। बैंक अकाउंट में पंजीकृत मोबाइल नंबर के बारे में संबंधित मोबाइल सेवा देने वाली कंपनी से जानकारी जुटाई गई। जिसके बाद जांच का दायरा बढ़ाया गया और पुलिस ने टेक्निकल टीम के साथ मिलकर राजस्थान और मध्यप्रदेश से पीओएस एजेंट, सिम कार्ड विक्रेता को धर दबोचा।
ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि नई सिम लेने या सिम पोर्ट कराने वालों के साथ वे फर्जीवाड़ा करते थे। थंब इप्रेशन और आई स्कैन के दौरान वे सिम चालू कर लेते थे। यही नहीं जिनके पास आधार कार्ड की कॉपी होती थी उनका डिजिटल केवायसी कर अतिरिक्त सिम स्वयं ही चालू कर लेते थे। इसी फर्जी सिम को वे म्यूल अकाउंट के ऑपरेटरों को बेच देते थे और बदले में कमीशन लेते थे।
7000 से ज्यादा सिम का पता लगा पुलिस को इस मामले में अभी तक 7000 से ज्यादा ऐसी सिम की जानकारी मिली है जिनके माध्यम से म्यूल एकाउंट्स को आपरेट किया जा रहा है। वहीं 590 से ज्यादा मोबाइल की भी पहचान की गई है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
इन्हें किया गिरफ्तार
- नितेश कुमार शर्मा (26) करौली, राजस्थान
- पीयूष पांडे (28) सतना, मध्य प्रदेश
- हरविंदर भाटिया (37) दुर्ग
- दिलावर सिंह संधू उम्र (23) भिलाई, दुर्ग
- उदय राम यदु, (31) रायपुर
- आशीष कलवानी (30) रायपुर
- चंदन कुमार सिंह ( 25), रायपुर
- सचिन गिरी (21), रायपुर
- वैभव साहू (25), दुर्ग
- सूरज मारकण्डे (20), धमतरी
- अतहर नवाज (38), रायपुर