अनोखा है ये सफेद गिद्ध
अपने विशिष्ट पीले चेहरे और सफेद पंखों के साथ मिस्र का यह गिद्ध बीते दिनों रातापानी टाइगर रिजर्व में देखा गया। वन विभाग ने इसे अपने कैमरे में कैद किया। यह गिद्ध उन चुनिंदा पक्षी प्रजातियों में से एक है जो बड़े अंडों को तोड़ने के लिए कंकर जैसे औजारों का उपयोग करता है। उम्रदराज गिद्धों की तुलना में युवा गिद्ध गहरे भूरे रंग के होते हैं, लेकिन जैसे-जैसे वे परिपक्व होते हैं, उनके पंखों का रंग सफेद हो जाता है। 640 किलोमीटर तक भर सकता है उड़ान
रातापानी टाइगर रिजर्व में इस गिद्ध के दिखाई देने के बाद इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं और इसके संरक्षण की मांग जोर पकड़ने लगी है। यह गिद्ध प्रतिदिन 640 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकता है। आमतौर पर यह चट्टानों और पहाड़ियों पर अपना घोंसला बनाते हैं। पहले यह गिद्ध पश्चिमी अफ्रीका से लेकर उत्तर भारत, पाकिस्तान और नेपाल में काफी संख्या में पाए जाते थे, लेकिन अब इनकी संख्या बहुत कम हो गई है। इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक संरक्षण संघ ने इसे संकटग्रस्त प्रजाति में शामिल किया है।
टाइगर रिजर्व में पक्षियों के संरक्षण का प्रयास
रातापानी टाइगर रिजर्व के अधीक्षक सुनील भारद्वाज ने बताया कि 4 मार्च की सुबह इस गिद्ध को यहां देखा गया। उन्होंने कहा, ‘पूरे विश्व में यह विलुप्त हो रहे पक्षियों में से एक है, जिसे संरक्षण की आवश्यकता है। हम रातापानी टाइगर रिजर्व में प्रवासी पक्षियों के संरक्षण और उन्हें बेहतर पर्यावास उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे यहां आने वाले प्रवासी पक्षी स्वतंत्र रूप से विचरण कर सकें।’