ग्राम पंचायत भूमका में इस तरह की अनियमितताएं उजागर हुई हैं। हितग्राही भगवान सिंह ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई कि सरपंच पति दुर्गाप्रसाद नागर ने प्रति व्यक्ति दस हजार की रिश्वत ली। जिसमें यह भी बताया कि 24 आवासों में से 15 मकान उन लोगों को मिले, जिनके पास पहले से दो मंजिला मकान या कार और ट्रैक्टर हैं।
शिकायतकर्ता ने 15 अपात्र लाभार्थियों के नाम भी बताए और कहा कि अगर उनकी शिकायत झूठी साबित होती है तो उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। वहीं, सरपंच ने इसे झूठा आरोप बताते हुए कहा कि पुरानी दुश्मनी के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है। पंचायत सचिव संजय सिंह तोमर ने बताया कि अपात्र लाभार्थियों की जांच जारी है।
10726 ने कराया पंजीयन, 4105 का ही लक्ष्य
सारंगपुर जनपद पंचायत के 98 ग्राम पंचायतों में 2024-25 के लिए 4105 पीएम आवास स्वीकृत हुए हैं। इसमें से 2000 अनुसूचित जाति और जनजाति और 2105 सामान्य वर्ग के लिए हैं। लेकिन अब तक 10726 हितग्राही पंजीयन करा चुके हैं। ये भी पढ़ें: एमपी में एक्टिव तीव्र ‘पश्चिमी विक्षोभ’, 29 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी
107 हितग्राहियों को आवास मिला
योजना के तहत आवास स्वीकृति को लेकर भी अनियमितताएं सामने आ रही है। कुछ ग्राम पंचायतों में अधिक आवास स्वीकृत हुए, जबकि कुछ को बेहद कम संख्या में मंजूरी मिली। ग्राम पंचायत कांकरिया में सबसे अधिक 107 हितग्राहियों को आवास मिला है। जबकि बारोल पंचायत में केवल एक आवास स्वीकृत हुआ। ऐसे में अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है।जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे
मैं हाल ही में यहां आया हूं। मुझे अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती है, तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। -कृपाल पोरवाल, सीईओ, जनपद पंचायत सारंगपुरइन पंचायतों में लक्ष्य इस प्रकार मिला
आमगढ़ा- 92अरन्या – 98
भैंसवा माता – 105
बनी – 59
पीपल्या पाल – 94
रामपुरिया – 98
सरेड़ी – 97
उदनखेड़ी – 68