नौतपा के शुरुआती दिनों में हर दिन आंधी के साथ बारिश हो रही थी। माना जा रहा है कि जून माह के दूसरे सप्ताह में इस बार अच्छे से बारिश हो जाएगी। पिछले साल जिले में औसत से 150 मिमी अधिक बारिश रेकॉर्ड की गई थी। वहीं, इस बार करीब 15 दिन पहले से बारिश का रेकॉर्ड शुरू होने लगा है। मौसमी गतिविधियों के बदलने के कारण ऐसी स्थितियां बन रही हैं।
किसानों का कहना है कि रोहिणी नक्षत्र के दौरान उस हिसाब की गर्मी नहीं पड़ी जितनी पड़ना चाहिए। शुरुआती नौतपा के दौरान हुई बारिश से भी मानसूनी बारिश के लेट होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जल्दी एक्टिव होगा मानसून
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल के 1.5 किमी ऊंचाई पर एक्टिव है। एक ट्रफ हरियाणा होते हुए उत्तरी राजस्थान तक मध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर विस्तृत है। एक पश्चिमी विक्षोभ परिसंचरण के रूप में भी एक्टिव है। जिसके चलते माना जा रहा है कि इस बार मानसून समय से पहले आ सकता है। बंगाल की खाड़ी में भी इस बार जल्दी मानसून ने दस्तक दी है। जिसके चलते अब यहां भी सीजन की बारिश समय से पहले आने की संभावना है।
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भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, शाजापुर, देवास, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, सतना, मैहर, मऊगंज, कटनी, जबलपुर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी और नीमच में बारिश का अलर्ट है। हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है।