माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शस्त्र चलाना भी सिखाए
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सह मंत्री सुंदरलाल ने युवाओं को जागरूक होकर सनातनी बनने का आह्वान किया। उन्होंने कुलगुरु विश्वामित्र के साथ भगवान राम और लक्ष्मण के संवाद का उल्लेख किया। उन्होंने निशाचरों को मिटाने के लिए रामजी के संकल्प में हनुमानजी की महत्ता बताते हुए कहा कि राम के हर कार्य में हनुमानजी सदैव लगे रहे। उन्होंने छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और राजगुरु आदि का स्मरण किया, जिन्होंने भारत माता की अस्मिता की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। काली कल्याणी धाम के पुजारी डॉ. हेमंत जोशी ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शस्त्र चलाने और अपनी रक्षा करने की विद्या अवश्य सिखानी चाहिए। वर्तमान समय में बालकों को न केवल ज्ञान अर्जित करने की आवश्यकता है, बल्कि उन्हें अपनी और अपने धर्म की रक्षा करने में भी सक्षम होना चाहिए।
लगाया 101 किलो रोट का भोग
जिलामंत्री तुलसीराम गायरी ने बताया कि हनुमानजी के 101 किलो के रोट का भोग लगाया गया। इसके लिए प्रत्येक घर से टोली बनाकर एक कटोरी आटा, गुड़ और घी इक_ा किया गया। हर समाज से एकत्रित सामग्री से रोट बनाया। अंत में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।