बम की सूचना के बाद टे्रन को यार्ड में खड़ा किया जाना था, जबकि यह टे्रन प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ली गई थी, इसमें भी अधिकारियों ने टे्रन को प्लेटफॉर्म पर खड़ा करने का गलत निर्णय लिया था। जबकि बम होने की जानकारी लगते ही इसे स्टेशन पर यात्रियों को उतारकर आउट साइट में खड़ा किया जाना था। क्योंकि स्टेशन के अन्य प्लेटफॉर्म पर भी ट्रेन आ रहीं थीं, घटना होती तो बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ जाते।