डीजल टैंक क्षतिग्रस्त तो चालक नशे में मिले
प्रशासन ने बसों के परमिट, फिटनेस, चालक का लाइसेंस, बस में फायर सेफ्टी उपकरण, स्टाफ के गणवेश आदि की जांच की थी। इस जांच में बस का डीजल टैंक क्षतिग्रस्त मिला तो कई बस बिना परमिट व फिटनेस के दौड़ते मिलीं। इतना ही नहीं अधिकारियों ने एक चालक को नशे की हालत में बस चलाते हुए पकड़ा था। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि बस संचालक फायर सेफ्टी पर तो ध्यान ही नहीं दे रहे हैं।3.16 लाख रुपए से ज्यादा का जुर्माना वसूला
3 फरवरी को जिला प्रशासन, यातायात व परिहवन विभाग ने संयुक्त रूप से यात्री बसों की जांच शुरू की थी, जिसमें पहले ही दिन महज 2 घंटे में सिविल लाइन-मकरोनिया मार्ग से गुजरीं 40 बसों में खामियां मिलीं। इसके बाद 4 फरवरी को 15 तो 6 फरवरी को की गई जांच में 18 बसों में कमियां पाई गईं। इन तीन दिनों में जबलपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, नरसिंहपुर, रहली व उत्तरप्रदेश जाने वाली 73 यात्री बसों में कमियां पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए इनसे 3.16 लाख रुपए से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया था।7 रूट की एक भी बस की जांच नहीं
एसीएस के निर्देशों का पालन करने के लिए जिला प्रशासन के साथ परिवहन विभाग व यातायात पुलिस ने केवल दिखावा किया था। अधिकारियों ने तीन दिन तक एक ही मार्ग से निकलने वाली अलग-अलग रूट की बसों की जांच की, लेकिन शहर से निकलने वाले बाकी 7 रूट की एक भी बस की जांच नहीं की गई। इसमें भोपाल, इंदौर, विदिशा, जैसीनगर, सिलवाली, खुरई-बीना, ललितपुर-झांसी आदि मार्ग शामिल हैं।बाकी रूट पर भी जांच करेंगे
यात्री बसों के लगातार परमिट नवीनीकरण व फिटनेस बनाने का काम चल रहा है। शहर से निकलने वाले जिन रूट पर पिछले दिनों जांच नहीं हो सकी है, वहां भी जल्द ही चैकिंग की जाएगी।सुनील कुमार शुक्ला, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, सागर
फैक्ट फाइल
– 534 यात्री बसों के परिवहन विभाग से परमिट– 7 से 8 हजार यात्री हर रोज बसों से कर रहे सफर
– 73 बस में मिली थी खामियां तीन दिन में
– 3.16 लाख रुपए जुर्माना वसूला
– 7 रूट पर चलने वाली बसों की जांच नहीं