प्रशासन ने नहीं दी अनुमति, पुलिस ने संभाला मोर्चा
संभल कोतवाली क्षेत्र के गांव शहबाजपुर सूरा नगला में मंगलवार को नेजा मेले का आयोजन किया जाना था, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया। स्थिति पर नजर रखने के लिए एएसपी और सीओ अनुज चौधरी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों को दी गई सख्त हिदायत
पुलिस अधिकारियों ने गांव के लोगों को स्पष्ट निर्देश दिया कि नेजा मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। यदि कोई इसके आयोजन की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने शाम तक पुलिस बल तैनात रखा, जिससे कोई परंपरा पूरी न की जा सके।
सद्भावना मेले की भी नहीं मिली अनुमति
ग्राम पंचायत की ओर से इस आयोजन को सद्भावना मेला बताकर अनुमति मांगी गई थी, लेकिन प्रशासन ने उसे भी नामंजूर कर दिया। जानकारी के अनुसार, नेजा मेला शहबाजपुर सूरा नगला से शुरू होकर अगले दो दिन तक संभल शहर में आयोजित किया जाता था, लेकिन इस बार प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
इस बार नहीं सजेगा नेजा मेला
शहबाजपुर सूरा नगला में स्थित मजार शाह भोले शाह पर यह आयोजन वर्षों से होता आ रहा था, लेकिन इस बार अनुमति न मिलने के कारण आयोजन नहीं किया जा सका। एएसपी ने कहा कि सैयद सालार मसूद गाजी की याद में आयोजित होने वाले नेजा मेले की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि वह एक हत्यारा और लूटेरा था।
18 मार्च को ढाल नहीं लगी, अब मेला भी रद्द
इस मेले की परंपरा के अनुसार, 18 मार्च को नेजा मेले की ढाल लगनी थी, लेकिन प्रशासन ने उसे भी अनुमति नहीं दी। जब ढाल नहीं लगी, तो अब नेजा मेला भी आयोजित नहीं होगा।
25, 26 और 27 मार्च को लगने वाले मेले भी रद्द
संभल और शहबाजपुर सूरा नगला का नेजा मेला 25 मार्च को आयोजित होना था। 26 मार्च को पालिका मैदान में और 27 मार्च को बादल गुंबद में इस मेले का आयोजन किया जाना था, लेकिन प्रशासन की सख्ती के चलते इस बार ये आयोजन नहीं होंगे। “लोगों ने समझदारी दिखाकर कुरीति को छोड़ा” – एएसपी
एएसपी श्रीश चंद्र ने कहा कि शहबाजपुर सूरा नगला में लोगों ने समझदारी दिखाते हुए इस कुरीति को त्याग दिया है। यह समाज के लिए एक अच्छा संदेश है। प्रशासन की सख्ती और लोगों के सहयोग से इस बार नेजा मेला आयोजित नहीं किया जाएगा।